"विजय पताका"
कठिनाइयों में भी जो पथ से नही डगमगाते है ,
बस वही मतवाले विजय पताका फहराते हैं ||
द्रढ़निश्चयता लेकर मन में ,जो नित्यता अपनाते हैं,
बस वही मतवाले विजय पताका फहराते हैं ||
खुद में ही है खुदा , जो इस राज़ को पहचानते हैं,
बस वही मतवाले विजय पताका फहराते हैं ||
पुरुषार्थ के लौह को ज्यूँही कुंदन बनाते हैं ,
बस वही मतवाले विजय पताका फहराते हैं ||
परिश्रम की पूंजी को ,जीवन कुंजी जो बनाते हैं,
बस वही मतवाले विजय पताका फहराते हैं ||
अंततः
जीवन के इस कुरुक्षेत्र में जो रणकौशल दिखलाते हैं,
बस वही मतवाले विजय पताका फहराते हैं ||
बस वही मतवाले विजय पताका फहराते हैं ||
Amit, this is awesome!
ReplyDeleteThanks Atin !
DeleteGreat composition (y)
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