Sunday, December 4, 2016

           
    आज  का हिन्दुस्तान

मैं आज का हिन्दुस्तान हूँ,
मैं आज का हिन्दुस्तान हूँ ||

जो गोरे थे वो चले गये,
अब काले अँग्रेज़ों से लुट रहा हूँ,
मैं आज का हिन्दुस्तान हूँ ||

रहा है जिस  सभ्यता का अभिमान मुझे,
उस गंगा जमुनि तहज़ीब को ढूँढ रहा हूँ,
मैं आज का हिन्दुस्तान हूँ ||

है कुछ हिंन्दु और कुछ मुसलमान भी,
सिर्फ़  सच्चे इंसानो को ढूँढ रहा हूँ,
मैं आज का हिन्दुस्तान हूँ ||

देखे बहुत सिकंदर ,और हिट्लर भी,
बस एक और गाँधी को ढूँढ रहा हूँ,
मैं आज का हिन्दुस्तान हूँ ||

पाई है औद्योगिक क्रांति , और हरित क्रांति भी
पर ये आज़ादी है विचार क्रांति के बिना अधूरी सी ,
एक नयी वैचारिक क्रांति को ढूँढ रहा हूँ,
मैं आज का हिन्दुस्तान हूँ ||
मैं आज का हिन्दुस्तान हूँ ||





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